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कटघरे में सच? - शिव शरण त्रिपाठी
कानपुर। गुरुवार 19दिसंबर 2024 (लेख/शिव शरण त्रिपाठी) सूर्य दक्षिणायन, पौष मास कृष्ण पक्ष चतुर्थी, हेमंत ऋतु २०८१ पिंगल नाम संवत्सर।  लोकतंत्र के मंदिर संसद से लेकर न्याय के शीर्ष मंदिर सुप्रीम कोर्ट तक का ध्येय वाक्य (मोटो) 'सत्यमेव जयते, 'यतो धर्म स्ततो जय: है।  सत्यमेव जयते (सत्य की ही जी…
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कांग्रेस द्वारा दिये गये 'गहरे जख्मों का इलाज करना ही होगा - शिवशरण त्रिपाठी
कानपुर नगर। मंगलवार 10दिसंबर 2024 (लेख-शिवशरण त्रिपाठी) सूर्य दक्षिणायन, मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष दसमी, हेमंत ऋतु २०८१ पिंगल नाम संवत्सर। देश बंटवारे से लेकर कल तक कांग्रेस की सरकारों ने कितने घाव दिये है उन्हे याद रखना भी आसान नहीं है। इतिहास साक्षी है कि मुस्लिम आक्रांताओं ने सनातन धर्म को नेस्…
राजनीति में नवाचार के पुरोधा बन गये हैं योगी जी - शिव शरण त्रिपाठी
कानपुर नगर। शनिवार 23नवम्बर 2024 (लेख) सूर्य दक्षिणायन, मार्गशीर्ष मास कृष्ण पक्ष अष्टमी, हेमंत ऋतु २०८१ पिंगल नाम संवत्सर।  भले ही योगी आदित्यनाथ का राजनीति में प्रवेश वर्ष १९९८ में बतौर सांसद हो गया था किन्तु उनकी राजनीतिक कुशलता व नवाचार का उभार तब देखने को मिला जब उन्होने २०१७ में उत्तर प्रदेश …
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काश! हम राष्ट्र भक्ति की सीख पारसी समाज से ले पाते
नयी दिल्ली। शनिवार 09नवम्बर 2024 (लेख) सूर्य दक्षिणायन, कार्तिक मास शुक्ल पक्ष अष्टमी, हेमंत ऋतु २०८१ पिंगल नाम संवत्सर। ७वीं शताब्दी में पारसियों के देश ईरान पर मुस्लिम आक्रांताओं के भीषण आक्रमण के बाद बड़ी संख्या में पारसी समाज के लोगों ने इस्लाम धर्म ग्रहण कर लिया था। जिन्होने ऐसा नहीं किया उन्हे…
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जलापूर्ति लगभग 2.25 करोड़ आबादी को "हर घर को नल से जल’’ कार्यक्रम से
लखनऊ। सोमवार 02सितम्बर 2024 (सूवि/पीआईबी/लेख) सूर्य दक्षिणायन भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, वर्षा ऋतु २०८१ पिंगल नाम संवत्सर।  प्रदेश में ग्रामीण पेयजल आपूर्ति हेतु केन्द्र सहायतित राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम का संचालन केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा 50ः50 प्रतिशत वित्त पोषण के आधार पर किया…
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सामाजिक समरसता से बनेगा सशक्त भारत - प्रो.संजय द्विवेदी
भोपाल। गुरुवार 22अगस्त 2024 (लेख) सूर्य दक्षिणायन भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष तृतीया, वर्षा ऋतु २०८१ पिंगल नाम संवत्सर। समता, ममता और समरसता हमारे भारतीय लोकजीवन का अभिन्न अंग है। हम जिस देश में रहते हैं उसके ऋषि कहते हैं- ‘सर्वभूतहिते रताः।’ प्रकृति से साथ हमारा संवाद बहुत पुराना है। इसलिए हमने अपनी …
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आलोचकों की परवाह न कर अपनी राह चलते हैं प्रधानमंत्री- प्रो.संजय द्विवेदी
तानाशाह नहीं हैं मोदी ! - प्रो.संजय द्विवेदी   भोपाल। रविवार 18अगस्त 2024 (लेख) सूर्य दक्षिणायन श्रावण मास शुक्ल पक्ष त्रयोदशी, वर्षा ऋतु २०८१ पिंगल नाम संवत्सर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में कुछ तो खास है कि वे अपने विरोधियों के निशाने पर ही रहते हैं। इसका खास कारण है कि वे अपनी विचारधारा को लेकर …
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मृत्यु का तांडव
https://sanjaimis.blogspot.com/2021/04/blog-post.html   जो वर्तमान समय में संपूर्ण विश्व की मानव जाति के ऊपर एक बहुत बड़ी विपदा चल रही है ऐसे में मानव का जीवन अपार संकट से घिरा हुआ है लोग डरे हुए हैं हतोत्साहित हैं और अपनों को खोने का डर तो है ही परंतु उससे कहीं अधिक स्वयं की सुरक्षा को लेकर मन व्य…
जन आंदोलन का भ्रम जाल
जनता के लिए प्रजातंत्र श्रेष्ठ जीवन यापन की सामाजिक विधा है जो तानाशाही के विरुद्ध स्वच्छंद जीने के अधिकार को देती है। सामाजिक समानता और समान न्याय के अधिकार को आम जनो को मौलिक अधिकार के रूप में देता है। भारत एक प्रजातंत्र देश है यहां पर सभी धर्म के अनुयाई रहते हैं तथा सभी को समान अधिकार प्राप्त है…
पंजाब और हरियाणा के ही किसानों का संघर्ष क्यों
देश की समृद्धि के लिए निरंतर कार्य कर रही मोदी सरकार विभिन्न पहलुओं पर अध्ययन करते हुए नई नीतियों के माध्यम से पहल कर रही है। देश की आजादी के बाद 70 वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद भी बहुत ऐसे पहलू हैं जिन पर पिछली सरकारों का ध्यान नहीं पहुंच पाया अथवा यह समझा जाए की इन पहलुओं पर काम नहीं किया गया।  भ…
निशुल्क राशन का वितरण सनातन धर्म की महान श्रेणी में
भारत में लोकतंत्र और उसकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोककल्याण कार्यक्रम के तहत बहुत सी चीजें मुफ्त दी जाती है! आवास, सिलेंडर गैस, राशन सब मुफ्त है सड़के,स्वास्थ्य तक सही है लेकिन मुफ्त राशन या भोजन कही से उचित नहीं है! लोगों को समुचित रोजगार मिले तो उसे क्या जरूरत है मनरेगा में…
योग्यता पर जातीय बेड़ियां क्यों?
https://sanjaimis.blogspot.com/2020/07/blog-post.html जब देश के युवाओं में योग्यता हो, प्रतिभा हो और उस प्रतिभा के आधार पर प्रतिभावान युवाओं को देश सेवा करने के लिए उपयुक्त पद देकर सेवाएं ली जाएं तो वह समाज, वह देश उन्नति करता है क्योंकि योग्य व्यक्ति ही अपने पद का, अपने उत्तरदायित्व का सही प्रकार …
ऑनलाइन पढ़ाई का सच
http://sanjaimis.blogspot.com/2020/06/blog-post.html विश्व में वैश्विक महामारी कोरोना के जन्म लेने के बाद मानव जाति की जीवन शैली में बड़ा परिवर्तन हुआ है कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए वर्तमान में कोई वैक्सीन या दवा आदि उपलब्ध नहीं है ऐसी स्थिति में इस बीमारी का उपाय एकमात्र समाज से परस्पर दूरी ब…
श्रमिको के पलायन से शहरवासी होंगे स्वावलंबी
http://sanjaimis.blogspot.com/2020/05/blog-post.html वर्ष 17 अंक 5 न्याय धारा  संपादकीय कोरोना के संक्रमण की महामारी ने विश्व को स्तब्ध होने पर विवश कर दिया क्योंकि कोरोना का संक्रमण मनुष्य मे, मनुष्य के द्वारा अन्य मनुष्यों में गुणोत्तर क्रम में फैल रहा है। इसका कोई भी अभी तक उपचार नहीं आया है इस …
विश्व के नव वर्ष पर भविष्य मानव की बधाई
http://sanjaimis.blogspot.com/2020/01/9.html Wednesday, 1 January 2020        आज भारत ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व ईस्वी कैलेंडर नव वर्ष 2020 के आगमन को खुशियों से मनाने में डूबा हुआ है। विश्व में इसका सेलिब्रेशन देखकर यह प्रमाणित होता है कि अंग्रेजों ने लगभग संपूर्ण विश्व में अपना साम्राज्य स्थापित…
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क्या अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में गद्दारी ?
http://sanjaimis.blogspot.com/2019/12/blog-post_26.html Thursday, 26 December 2019                भारतीय सेना प्रमुख ने जनता से अपील की, वह शांति बनाए रखें इस वक्तव्य पर ओवैसी क्यों भड़के? यह बात तो देश में शांति बनाए रखने के लिए और लोगों में आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिए कही गयी अति आवश्यक बात है …
नागरिकता संशोधन बिल पर बवाल क्यों?
http://sanjaimis.blogspot.com/2019/12/blog-post.html  Thursday, 19 December 2019          भारत की संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम की रही है भारत ने सभी धर्मों को सम्मान व स्थान दिया है जबकि धर्म के आधार पर इस्लाम ने अपना हिस्सा पा लिया है फिर भी बचे हुए हिस्से में भारत ने इस्लाम को हग दिया है अर्थात धर्म…
जन अपेक्षाओं पर खरे उतरना आवश्यक
http://sanjaimis.blogspot.com/2019/10/blog-post_24.html?m=1          प्रजातंत्र का एक ही सूत्र है जन अपेक्षाओ मे खरे उतरना, तभी जनता आपको चुनेगी अन्यथा दूसरे पर अंधा भरोसा कर मतदान कर आएगी। फिर वह चुना हुआ पाँच वर्षो तक कुछ भी करे ऐसा ही 70 वर्षो से होता आ रहा है की जनता को हरियाली दिखाई जाती है मी…
RBI की आड मे दुष प्रचार क्यों
भारत वर्ष मे अर्थ जगत का अर्थ भारतीय रिजर्व बैंक से है और इसका स्वामी वर्मान सरकार होती है। देश की बैंको द्वारा विभिन्न मदो मे किया गया व्यापार का समस्त हिसाब प्रति वर्ष निकाला जाता  और शुद्ध लाभ आनर को अर्थात सरकार को दिया जाता है। भारत की जनता को इस प्राविधान की जानकारी प्रमुखता से नही दी जाती रह…
जयंती शास्त्री और बापू की
http://sanjaimis.blogspot.com/2019/10/blog-post.html                           सम्पादकीय  राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की आज 150 वीं जयंती भारत मे बडी धूम धाम से मनायी जा रही है जिसमे देश के हर जिले के जिलाधिकारी से लेकर प्रधानमंत्री तक सम्मलित है कहा जाता है कि बापू ने अहिंसा से देश को आजादी दिलायी प…