अजीतमल, औरैया। रविवार 09फरवरी 2025 (सूत्र/दीपक अवस्थी) सूर्य उत्तरायण, माघ मास शुक्ल पक्ष एकादशी, शिशिर ऋतु २०८१ पिंगल नाम संवत्सर। विकासखंड अजीतमल के ग्राम अमावता के श्री राम जानकी मंदिर पर चल रही सात दिवसीय कथा के छठवें दिन श्रद्धालुओं ने भगवान श्री कृष्ण और रुक्मणि के विवाह और कंश वध की कथा सुनाई।
कथा वाचक कमला कांत मिश्रा ने श्री कृष्ण के विवाह और कंश वध की कथा का प्रसंग सुनाया, जिससे वहां उपस्थित सभी भक्त कथा सुनकर भाव विभोर हो गए । आज भागवत कथा के छठवें दिन परीक्षित शिवकांती अवस्थी और आनंद अवस्थी ने व्यास पीठ का पूजन अर्चन किया तथा कथावाचक को फूल माला पहना कर और साल ओढ़ाकर ब्लाक प्रमुख अजीतमल रजनीश पांडे ने सम्मान किया।
ब्लॉक प्रमुख रजनीश पांडे ने श्री राम जानकी मंदिर प्रांगण में इंटरलॉकिंग, हाईमास्क लाइट,2 सोलर लाइट, वॉटर कूलर आदि विकास कार्य कराए। अपने वक्तव्य में ब्लॉक प्रमुख रजनीश पांडे ने करीब 200 मीटर बाउंड्री वॉल बनवाने का मंदिर कमेटी को आश्वासन दिया।
रुक्मिणी और श्रीकृष्ण के विवाह की कथा के मुताबिक, रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण से विवाह करने का फ़ैसला किया था. हालांकि, उनके बड़े भाई रुक्मी ने उनकी शादी शिशुपाल से कराना चाहा. इस वजह से श्रीकृष्ण ने रुक्मिणी का हरण कर लिया और उनसे विवाह किया।कंस बहुत ही क्रूर, अत्याचारी और दुष्ट राजा था,यहां तक कि राजपाट पाने के लिए उसने अपने पिता उग्रसेन को जबरन गद्दी से हटाकर खुद उसपर बैठ गया. दुष्ट कंस ने अपनी बहन देवकी के नवजात संतानों की भी हत्या करा दी. लेकिन आठवीं संतान कृष्ण का बाल भी बांका न कर सके और कृष्ण के हाथों की कंस का वध किया।
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