उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत अभी तक 5,94,456 समूहों को रिवॉल्विंग फण्ड के रूप में रू 891.68करोड़ एवं 4,10,610 समूहों को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में रू 4516.71 करोड़ तथा 3,75,790 समूहों को बैंक क्रेडिट लिंकेज के माध्यम से 3339.56 करोड़ रुपये का ऋण रोजगार सृजन हेतु निर्गत किया गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान डिजिटल क्रांति के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को मूर्त रूप प्रदान करने की दिशा में आजीविका गतिबिधियो के सुचारू ढंग से संचालन हेतु वृहद् जागरूकता अभियान संचालित किया गया। उप मुख्यमंत्री की स्वीकृति से प्रदेश के 1.4 लाख स्वयं सहायता समूहों के 15 लाख से अधिक परिवारों को 1001.32 करोड़ रुपये की धनराशि निर्गत की गयी है। यह धनराशि अंतर्गत रिवॉल्विंग फण्ड के रूप में 57150 स्वयं सहायता समूहों को रु 85.73 करोड़ रुपये तथा 83236 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि के रूप 915.6 करोड़ की धनराशि निर्गत किया गया।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक सी. इंदुमती के अनुसार ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार सितम्बर 2023 तक प्रदेश में 1.18 करोड़ परिवारों को समूह से आच्छादित करने की प्रक्रिया तीव्र गति से अग्रसर है। मिशन स्तर से रणनीति बनाकर समूह से आच्छादित सभी परिवारों को रिवॉल्विंग फण्ड एवं सामुदायिक निवेश निधि से प्रदान कर कृषि एवं गैर कृषि क्षेत्रो में आजीविका संबर्धन करते हुए आत्म निर्भर बनाने की कार्यवाही की जा रही है उप मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन एवं निरंतर दिशा निर्देश में आजीविका मिशन प्रधानमंत्री जी के विजन अनुसार मिशन समूहों की दीदियो के सामाजिक, शैक्षिक एवं आर्थिक उन्नयन व स्वावलंबन की दिशा में लगातार अग्रसर है।
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